Afim Ki Kheti अफीम की खेती के लिए केंद्रीय नारकोटिक्स विभाग द्वारा लाइसेंस तथासंबंधित सूचनाओं को जारी किया जाता है केंद्रीय नारकोटिक्स विभाग द्वारा राजपत्र जारी होने पर ही किसान अफीम की खेती कर सकते हैं अन्यथा यह है भारत में इन लीगल कार्य में माना जाता है
Afim Ki Kheti Ke Liye License
अफीम की खेती के लिए भारत सरकार के केंद्रीय नारकोटिक्स विभाग द्वारा लाइसेंस जारी किए जाते हैं तथा सिर्फ वही किसान खेती कर सकते हैं जिनके पास नारकोटिक्स विभाग द्वारा लाइसेंस दिया गया है
आप भी अफीम की खेती का लाइसेंस प्राप्त करना चाहते है ?
हा
नहीं
Afim Ki Kheti Kese Hoti He
अफीम की खेती करने के लिए सबसे पहले आपके पास इसका लाइसेंस होना बहुत जरूरी है अगर आपके पास लाइसेंस है तो आप अफीम की खेती कर सकते हो अफीम की खेती के लिए उपयुक्त तापमान तथा उपयुक्त मिट्टी का चयन करना है इसकी संपूर्ण जानकारी के लिए नीचे दी गई इसकी विधि में पढे।
Table of Contents
अफीम की खेती कहां-कहां की जाती है
- अफीम की खेती भारत के तीन राज्यों के कुछ इलाकों में की जाती है जिसमे-
- मध्य प्रदेश के नीमच, मंदसौर जिले
- राजस्थान के कोटा, चित्तौड़गढ़ जिले
- उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिला
अफीम की खेती के लिए जलवायु और तापमान:-
अफीम की खेती के लिए जलवायु और तापमान निम्न प्रकार होना चाहिए अफीम ठंडा नम जलवायु की फसल होती है इसके लिए न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस से 10 डिग्री सेल्सियस तथा अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से 36 डिग्री सेल्सियस तक उपयुक्त माना जाता है
अफीम की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी:-
अफीम की खेती के लिए दो प्रकार की मिट्टी दोमट मिट्टी या चिकनी मिट्टी ही उपयुक्त मानी जाती है इसकी मृदा की पीएच 5 से 7.5 उपयुक्त मानी जाती है अगर इसकी Ph 8 से ऊपर है तो आप मृदा में जिप्सम का प्रयोग भी कर सकते हो।
अफीम की खेती के लिए बीज:-
अफीम की खेती के लिए बीज सरकार के द्वारा दिया जाता है इसमें एक आरी पर 100 ग्राम बीज दिया जाता है एक आरी में 100 मीटर^2 जमीन होती है।
अफीम की खेती के लिए खेत की तैयारी:-
अफीम की खेती के लिए खेत की तैयारी के समय बेसल डोज
SSP Fertilizer =75kg
DAP Fertilizer =50kg
MOP Fertilizer =25kg
गोबर खाद=2 ट्रॉली
वर्मी कंपोस्ट =5 क्विंटल
अफीम की खेती में सिंचाई: –
अफीम की खेती में सिंचाई 10 15 दिनों के अंतराल में करनी चाहिए
अफीम की खेती की निराई गुड़ाई: –
- खरपतवार हटाने के लिए 25 से 30 दिनों की फसल मे पहली निराई गुड़ाई तथा दूसरी निराई गुड़ाई 70 से 75 दिन की फसल होने पर करनी चाहिए।
- फसल की बढवार के लिए – syngenta quantis
- फ्लोवरिंग के लिए –
- fantak plus =10ml
- Roko fungicide =40gm
- Streptocycline sulphate =2gm
- 20 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ में स्प्रे करें
इल्ली की रोकथाम – सेमीलूपर
Adama Barazide =40ml
Profex Super = 25ml
20 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ में स्प्रे करें
Blight के लिए –
Syngenta Animator 100gm
Fungicide 20ml
20 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ में स्प्रे करें
अफीम की खेती में खाद:-
30 से 35वें दिन –
- बायोजाइम 10kg
- Micronutriants खाद =5kg
- यूरिया =30kg
- जड़ों में डालकर सिंचाई करें
60 से 65वें दिन –
- यूरिया =40kg
- जिंक सल्फेट =5kg
- Humic acid =1kg
- पौधे की जड़ों में डालकर सिंचाई करें
अफीम की फसल तैयार होने में कितना समय लगता है:-
अफीम की फसल बुवाई से लेकर संपूर्ण फसल पककर तैयार होने में 140 से लगभग 150 दोनों का समय लगता है
अफीम कलेक्ट कैसे करे:-
जब अफीम पर डोडा लग जाता है तो दोपहर 12:00 बजे से 4:00 बजे के बीच उसमें चीरा लगाए तथा दूसरे दिन सूर्योदय से पहले चीरे से निकलने वाले दूध को इकट्ठा कर ले एक पौधे से एक चीरे में 1 ग्राम अफीम निकलती है
अफीम का बाजार भाव:-
अफीम सरकार के द्वारा ₹1000 प्रति kg खरीदी जाती है लेकिन इसे आप ब्लैक मार्केटिंग के तहत ₹100000 प्रति kg के हिसाब से बेच सकते हो। इसके बीज को भी एक से डेढ़ लाख रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बेच सकते हो इसके बीज को खसखस कहते हैं अफीम की 85% फसल अफगानिस्तान में बोई जाती है
हमारा उद्देश्य अफीम की खेती को प्रोत्साहित करने का नहीं है यह आर्टिकल उन किसान भाइयों के लिए है जिनको अफीम की खेती का लाइसेंस मिला हुआ है
अफीम की बुवाई कौन से महीने में की जाती है?
अफीम की अगेती बुवाई के लिए अक्टूबर में की जाती है तथा पछेती बुवाई के लिए नवंबर माह का महीना उपयुक्त माना जाता है।
अफीम का पौधा कितने दिन में उगता है?
अफीम का पौधा बुवाई के 8 से 15 दिनों के अंदर उग कर जमीन से बाहर निकलने लगता है तथा इसकी संपूर्ण फसल तैयार होने में 140 से 150 दिन का समय लगता है।
अफीम की खेती कौन से जिले में होती है?
अफीम की खेती भारत के कुछ राज्यों में होती है जिसमें राजस्थान राज्य का कोटा तथा चित्तौड़ जिले
मध्य प्रदेश राज्य के नीमच तथा मंदसौर जिले
उत्तर प्रदेश राज्य के बाराबंकी जिला
अफीम का बीज कितने रुपए किलो है?
अफीम का बीज 100 से 150 रुपए किलो मिलता है जिसे खसखस नाम से भी जाना जाता है
एक पौधे से कितनी अफीम मिलती है?
एक पौधे में डोडा लगने पर 5 से 6 बार चीरा लगाया जाता है एक बार चीरा लगाने पर 1 ग्राम अफीम प्रति पौधे से प्राप्त होती है।
अफीम की खेती के लिए लाइसेंस कैसे मिलता है?
अफीम की खेती करने के लिए भारत सरकार के केंद्रीय नारकोटिक्स विभाग द्वारा लाइसेंस जारी किया जाता है जिसके लिए आपको आवेदन करना होता है उपयुक्त मापदंडों को तय करके आपको लाइसेंस दिया जाता है।
राजस्थान में अफीम का क्या रेट है?
राजस्थान में सरकार अफीम को 1700 से ₹2500 प्रति किलो के हिसाब से खरीदती हैं