Table of Contents
1. आलू की वैज्ञानिक खेती
आलू की बुवाई के लिए सर्वप्रथम आपको अपनी मिट्टी की जांच करवा लेनी है आप अपने किसी भी नजदीकी लेबोरेटरी में जाकर मिट्टी की जांच करवा सकते हैं अगर आपकी मिट्टी बलोई दोमट मिट्टी है तथा मिट्टी की pH 6 से 8 के बीच है तो आपकी मिट्टी आलू की बुवाई के लिए उपयुक्त मानी जाएगी
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2. आलू की खेती के लिए खाद
उपयुक्त मिट्टी का चयन करने के बाद आपको मिट्टी के स्वास्थ्य की जानकारी लेनी है यानी की ऑर्गेनिक कार्बन की मात्रा कितनी है आप अपनी मिट्टी में वर्मी कंपोस्ट या गोबर की खाद मुर्गी की खाद आदि डालकर इसको उपयुक्त बना सकते हैं जिससे मिट्टी की अवरोध क्षमता में वर्दी हो जाएगी तथा आपकी फसल सुरक्षित रहेगी तथा अच्छी पैदावार देगी
3. आलू बोने की विधि
25 mm से 45 mm तक आपको आलू को लगाना है आपको 10 से 12 क्विंटल प्रति एकड़ के लिए बीज चाहिए होगा
आलू की बुवाई के लिए खेत में ग्रीन खाद होना बहुत ही फायदेमंद है आलू की खेती के लिए वह मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है जिस मिट्टी को गर्मी में गहरी बुवाई करके कुछ दिन के लिए छोड़ दिया गया है इस मिट्टी के सारे कीट रोग खत्म हो जाएंगे
आप चाहे तो मिट्टी का उपचार भी कर सकते हैं इसमें ट्राईकोडरमा तथा स्यूडोमोनास दोनों को पांच मिली प्रति लीटर पानी में गुड़ के साथ मिलाकर मिट्टी पर छिड़काव कर दे तथा 10 12 दिन इसको खाद में अच्छी तरह से मिक्स हो जाने दे अब आपकी मिट्टी बुवाई के लिए अच्छी तरह से तैयार हो गई है
4. आलू की खेती का समय
आलू की आगेती बुवाई के लिए 10 से 20 सितंबर तथा पछेती बुवाई के लिए 10 से 20 अक्टूबर का समय उपयुक्त समय है आलू की बुवाई के बाद 60 से 90 दिनों के अंदर आलू की फसल पककर तैयार हो जाती है आलू की फसल को बुवाई के 20 दिनों के बाद पहली सिंचाई करनी आवश्यक है
5. आलू की खेती के लिए सही तापमान
आलू की बुवाई के लिए 22 डिग्री सेल्सियस से 24 डिग्री सेल्सियस का तापमान बेस्ट रहता है तथा बलुई दोमट मिट्टी भुरभुरी की हुई अच्छी रहती है
6. बरसात में आलू की खेती
मुख्यतः आलू की खेती सितंबर में बरसात के मौसम में करना चाहते हैं तो बालू मिट्टी में आलू की खेती बरसात के मौसम में भी की जा सकती है क्योंकि बलुई मिट्टी पानी की अधिक मात्रा को सोख लेती है
7. गर्मी में आलू की खेती
आलू की खेती मुख्य रूप से एक रबी की फसल है लेकिन अगर आप इस गर्मी में करना चाहते हैं तो आप इसकी खेती वाली जमीन का तापमान 20 से 25 डिग्री सेंटीग्रेड बना ले 20 से 25 डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक तापमान पर इसकी कन्द की लंबाई नहीं बढ़ पाएगी तथा पैदावार अच्छी नहीं हो पाएगी
8. आलू में कितने पानी लगते हैं
आलू की बुवाई के 15 से 20 दिन के अंदर इसमें सिंचाई करना जरूरी है अगर भूमि एकदम सुखी है तो चार या पांच दिन में ही सिंचाई कर लेनी चाहिए आलू की फसल पककर तैयार होने तक 5 से 6 बार पानी देना उपयुक्त माना जाता है
9. आलू की उन्नत खेती
आलू की उन्नत खेती के लिए नीचे दी गई उन्नत किस्मो का उपयोग कर सकते हैं
आलू की 51 प्रमुख किस्म है जिनमें से कुछ निम्न प्रकार दी गई है
कुफरी पुखराज किस्म
कुफरी सिंदरी किस्म
कुफरी अलंकार किस्म
कुफरी देव देव किस्म
कुफरी बादशाह किस्म
कुफरी चंद्रमुखी किस्म
कुफरी ज्योति किस्म
कुफरी स्वर्ण किस्म
कुफरी लालिमा किस्म
कुफरी बाहर किस्म
10. सबसे ज्यादा उपज देने वाला आलू कौन सा है
कुफरी चिप्ससोना किस्म यह किस्म सर्वाधिक उत्पादकता वाली किस्म है तथा यह सर्दी भी बर्दाश्त कर सकती है तथा इस किस्म में रोगों से लड़ने की क्षमता भी ज्यादा होती है
11. विश्व में आलू उत्पादन में प्रथम स्थान किस देश का है
- चीन
- रूस
- भारत
12. भारत में सबसे ज्यादा आलू कहाँ पैदा होता है
भारत में आलू की सर्वाधिक खेती उत्तर प्रदेश में की जाती है उत्तर प्रदेश में अनेक नदियों का संगम होने के कारण यहां पर पानी की मात्रा उपयुक्त है तथा यहां की मिट्टी और जलवायु भी आलू की बुवाई के लिए उपयुक्त है इसलिए भारत में उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक आलू का उत्पादन होता है
13. नवंबर माह में बोई जाने वाली आलू की बेहतरीन किस्में
कुफरी नीलकंठ यह किस्म अत्यधिक सर्दी को बर्दाश्त कर सकती है तथा 90 से 100 दिनों के भीतर पक कर तैयार हो जाती है यह आलू की किस्म स्वादिष्ट होती है इसकी खेती करने के लिए प्रति हेक्टेयर 350 से 400 किलो आलू की आवश्यकता होती है।